Our volunteer

Hardeep kaur ( Volunteer)


Hello Readers, I’m Hardeep Kaur, a post-graduation student. I belong to a small village where people deprived of a lot of knowledgeable things which is very important to know in life and India has many more villages same like this. We are in the era where everyone wants to earn money for themselves and it becomes their goal but I think that earning money is not the only goal of life. When you think for others, when you start working for others, when you actually work on the ground level and face various challenges that are the only thing which money will never teach. It might be a small step for us but for someone our one hand help can be their shelter. I get to know about this foundation through one of my friend. I think it is the right platform and my first experience while working here is actually very nice. So I keep contributing to society through this foundation as much as possible.

Sahil Rana: (Volunteer)


“ मैं अभी तक अपनी ज़िन्दगी में कुछ खास नहीं कर सका। अब तक मुझे अपनी ज़िन्दगी बहुत आसान लग ती थी। स्कूल से ले कर कॉलेज तक का सफर बहुत मज़े में गुज़रा मगर अब समझ आता है की असलियत में ज़िन्दगी उतनी आसान नहीं जितनी बाहर से देखने में लगती है। हम अपनी ज़िन्दगी में एक ऐसी दौड़ में भाग रहे है जो कब खतम होगी ये हम खुद भी नहीं जानते, मगर फिर भी उस दौड़ को हर कोई जीतना चाहता है। मुझे इस संस्था के बारे में मेरे एक दोस्त से पता चला, उसके कहने पर मैं इस संस्था के साथ जुड़ा। मैं अपनी ज़िन्दगी के लक्ष्य को ले कर अब भी थोड़ा उलझा हुआ हूँ मगर यहाँ आकर मुझे यह बात समझ आई के हर व्यक्ति में एक गुण जरूर होता है, अगर हम वो गुण ढूंढ ले तो हमे ज़िन्दगी की दौड़ और भीड़ में चलने के बिच का अं तर समझ आएगा। इसके साथ ही मैं इस संस्था के साथ जुड़ कर बूढ़े-बुज़ुर्गों के लिए कुछ करना चाहता हूँ। “